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सुप्रीम कोर्ट ने लंबी देरी रोकने के लिए दखल दिया, NMDC–Danieli आर्बिट्रेशन विवाद में अंतिम क्षण के ट्रिब्यूनल ईमेल के बाद हाइब्रिड हियरिंग शेड्यूल तय

Vivek G.

एनएमडीसी स्टील लिमिटेड बनाम डैनिएली एंड सी. ऑफिसिन एंड अन्य। सुप्रीम कोर्ट ने NMDC–Danieli आर्बिट्रेशन में दिसंबर की हाइब्रिड सुनवाई अनिवार्य की, देरी रोकते हुए लॉजिस्टिक व्यवस्था पर अस्थायी निर्देश दिए।

सुप्रीम कोर्ट ने लंबी देरी रोकने के लिए दखल दिया, NMDC–Danieli आर्बिट्रेशन विवाद में अंतिम क्षण के ट्रिब्यूनल ईमेल के बाद हाइब्रिड हियरिंग शेड्यूल तय

दोपहर की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने उस शेड्यूलिंग अव्यवस्था को तुरंत सुलझाने की कोशिश की जो NMDC स्टील लिमिटेड और Danieli के बीच चल रहे हाई-स्टेक्स आर्बिट्रेशन को लगातार धीमा कर रही थी। सुनवाई शुरू में सामान्य लग रही थी, लेकिन जल्दी ही यह एक तरह की व्यवहारिक बातचीत में बदल गई, जहां दोनों पक्षों को-कभी हल्के दबाव के साथ-ट्रिब्यूनल की नई बताई गई योजना को स्वीकार करने के लिए प्रेरित किया गया। अदालत स्पष्ट रूप से चाहती थी कि यह मामला और न खिंचे और 2026 के मध्य तक न पहुंचे।

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Background (पृष्ठभूमि)

यह विवाद वर्तमान में एक अंतरराष्ट्रीय आर्बिट्रल ट्रिब्यूनल के सामने लंबित है, और तारीखों व व्यवस्थाओं को लेकर अस्पष्टता के कारण काफी समय से अटका हुआ था। ट्रिब्यूनल ने 4 दिसंबर की रात को सभी पक्षों को ईमेल भेजकर 10 से 17 दिसंबर 2025 के बीच सुनवाई के लिए अपनी उपलब्धता की पुष्टि की, वह भी हाइब्रिड मोड में, क्योंकि एक सदस्य लंदन से वर्चुअली शामिल होगा। लिखित क्लोजिंग सबमिशन में हुई देरी ने चिंता बढ़ाई, क्योंकि ट्रिब्यूनल ने चेतावनी दी थी कि यदि दिसंबर का यह स्लॉट छूट गया तो अगली उपलब्ध तिथियाँ जुलाई 2026 तक पहुँच जाएँगी-एक संभावना जिसे पीठ ने “दोनों पक्षों के लिए हानिकारक” बताया।

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Court’s Observations (अदालत की टिप्पणियाँ)

सुनवाई के दौरान पीठ ने साफ संकेत दिया कि वह अब और देरी बर्दाश्त नहीं करेगी। “पीठ ने कहा, ‘ट्रिब्यूनल की उपलब्धता स्पष्ट है, ऐसे में और टालने का कोई कारण नहीं। पक्षों को सहयोग करना ही होगा ताकि दलीलें दिसंबर में ही पूरी हो जाएं।’”

जजों ने ट्रिब्यूनल के बिंदुओं का जिक्र किया-विशेष रूप से हाइब्रिड व्यवस्था, दोपहर 2:30 बजे से रात 9:30 बजे तक का संशोधित समय, और यह तथ्य कि लिखित क्लोजिंग अभी तक दाखिल नहीं हुए हैं। जब कोर्ट ने टिप्पणी की कि इन तारीखों को ठुकराने से मामला लगभग “अगले जुलाई तक लॉक” हो जाएगा, तो वकीलों की कतारों में हल्की फुसफुसाहट सुनाई दी।

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पीठ ने लागत संबंधी चिंताओं पर भी चर्चा की। याचिकाकर्ता NMDC स्टील की ओर से सॉलिसिटर जनरल ने बताया कि ताज सुरजकुंड रिज़ॉर्ट एंड स्पा में पहले ही व्यवस्था कर दी गई है, जहां ट्रिब्यूनल आवश्यकतानुसार कार्यवाही कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि ट्रिब्यूनल इस स्थान को उपयुक्त न पाए तो तुरंत कोई वैकल्पिक स्थान उपलब्ध कराया जाएगा। अदालत ने इस पहल की सराहना की, लेकिन याद दिलाया कि इन खर्चों का अंतिम समायोजन या विभाजन बाद में ट्रिब्यूनल तय करेगा।

एक और अहम क्षण तब आया जब पीठ ने स्पष्ट किया कि प्रतिवादी द्वारा इंटरनेशनल डिस्प्यूट रेज़ोल्यूशन सेंटर (IDRC) की बुकिंग पर हुए खर्च भी भविष्य में उचित अनुपात के लिए खुले रहेंगे। “पीठ ने कहा, ‘सभी लागत संबंधी मुद्दों पर ट्रिब्यूनल ही निर्णय करेगा; हम केवल यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि दिसंबर में सुनवाई शुरू हो सके।’”

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Decision (निर्णय)

अंततः सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि दोनों पक्ष ट्रिब्यूनल के ईमेल के पैराग्राफ (i) से (iii) में दिए गए प्रबंध-यानी दिसंबर की तिथियाँ, हाइब्रिड मोड और निर्धारित समय-को स्वीकार करें, जबकि अंतिम पैराग्राफ (iv) (जुलाई 2026 वाली स्थिति) पर अभी विचार न किया जाए। NMDC स्टील को ट्रिब्यूनल सदस्यों के साथ दो घंटे के भीतर आवास संबंधी सभी जानकारी साझा करनी होगी, और आवश्यकता पड़ने पर वैकल्पिक विकल्प भी देने होंगे। कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया कि फिलहाल सभी लॉजिस्टिक व्यवस्थाएँ NMDC ही संभाले, हालांकि बाद में इनकी लागत का विभाजन ट्रिब्यूनल करेगा।

मामले को अगली सुनवाई के लिए 8 दिसंबर 2025 को सूचीबद्ध किया गया। इसके साथ ही पीठ ने सुनवाई समाप्त की, यह सुनिश्चित करते हुए कि दिसंबर में ही मौखिक दलीलें आगे बढ़ें और मामला कई महीनों की नई देरी में न फंसे।

Case Title: NMDC Steel Limited vs. Danieli and C. Officine & Ors.

Case No.: SLP (C) No. 34702/2025

Case Type: Special Leave Petition – Civil

Decision Date: 05 December 2025

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